ब्राज़ीलियन राष्ट्रपति ज़िल्मा रूसेफ़ अब देश की राष्ट्रपति नहीं रही, उनको इस पद से हटाने के लिए ब्राज़ील की संसद में उनके खिलाफ दो तिहाई वोट डाले गए.
ज़िल्मा रूसेफ़ राष्ट्रपति पद से हटने के बाद ज़िल्मा रूसेफ़ की वर्कर्स पार्टी की वामपंथी सरकार के 13 साल के शासन का अंत हो रहा है.
ज़िल्मा रूसेफ़ पर आरोप हैं कि उन्होंने देश के बजट में गड़बड़ी कि हैं, जिसके कारण संसद में उनके खिलाफ वोटिंग हुई हैं.
लेकिन रूसेफ़ इस आरोपो को ख़ारिज करती हैं. रूसेफ़ का कार्यकाल 1 जनवरी 2019 को ख़त्म होने वाला था पर अब उनको पद चोरन पड़ेगा और उनकी जगह कार्यकारी राष्ट्रपति मिशेल टेमर कार्यकाल पूरा करेंगे.
इस वोटिंग प्रक्रिया के बाद रूसेफ़ ने कहा कि जो हुआ वह तख्तापलट हैं, इसके साथ ही अपने विपक्षो पर आरोप लगते हुए कहा कि वो दोबारा राष्ट्रपति बनीं हैं तब से दक्षिणपंथी विरोधी उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे थे. आपको बता दे कि ब्राज़ील के इतिहास में वह पहली महिला राष्ट्रपति बानी थी.
Web-Title: Voting against Brazilian President
Key-Words: Roosef, Brazil, President, Voting