सऊदी अरबपति अल-वालिद बिन तलाल ने सऊदी अधिकारीयों द्वारा दिए हुए रिहाई के समझौते को ख़ारिज कर दिया है.
पिछले महीने सऊदी अरब के ताकतवर नेता क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की शुरुआत की, जिसमे तलाल उन 200 लोगों में से एक थे जिन्हें गिरफ्तार किया गया, इस गिरफ्तारी में कई सऊदी प्रिंस व बड़े बड़े मंत्री व अधिकारी शामिल थे, जिनमे से कई रिहा हो चुके हैं व कई अभी भी जेल में हैं, हालाँकि रिहा हुए कई राजकुमारों ने सूचना दी है की “उन्हें अपनी इस रिहाई के लिए बड़ी रकम चुकानी पड़ी”
मिडिल ईस्ट मॉनिटर की खबरों के मुताबिक बिन तलाल रिहाई के समझौते से सहमत होने के बजाय अदालत में आरोपों से लड़ने के लिए तैयार हैं, उन्होंने वकीलों को भी हायर कर रखा है.
मिडिल ईस्ट मॉनिटर की खबरों के मुताबिक बिन-तलाल ने कई वित्तीय और बैंकिंग संस्थानों की मदद की है, जिसमे अमेरिका का बैंक सिटीग्रुप भी शामिल है, लेकिन बिन तलाल की मदद करने अभी तक कोई भी नहीं आया है, तलाल और उनके मुख्य इन्वेस्टमेंट फर्म किंगडम होल्डींग कंपनी(KHC) को भी तलाल की गिरफ्तारी के बाद कई ज्यादा नुकसान हुआ है.
फोर्ब्स की खबरों के मुताबिक KHC ने अपना पांचवां हिस्सा खो दिया है, जो की $2 अरब से 16 अरब डॉलर तक थी.