रियाद – अलवलिद फिलैथ्रोपिस (एपी) की अध्यक्षता में सऊदी प्रिंस अलवलिद बिन तालाल ने सऊदी अरब के एक अलग पक्ष को दिखाने के लिए एक अनोखा ऑनलाइन अभियान लॉन्च किया है. इस अभियान की शुरूआत करने पर उन्होंने एक विडियो डाला है. जिसमें सऊदी महिलाओं ने पारंपरिक कपड़े जैसी पोशाक पहनी हुई है.
सऊदी गेजेट के मुताबिक, उड़ान पुरुषों और महिलाओं के लिए विश्वास का एक प्रतीकात्मक छलांग है क्योंकि सऊदी अरब महिलाओं के सशक्तिकरण कर रहा है. यह अभियान सऊदी पुरुषों और महिलाओं के बारे में रूढ़िवाद चुनौती देना चाहता है और सऊदी में महिला सशक्तिकरण आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए यह एक पहल है.
इस पोशाक को बनाने के पीछे का मकसद है कि, सऊदी में महिलाओं और पुरुषों को बराबरी का हक़ दिया जा रहा है. इस अभियान में महिला सशक्तिकरण पर आगे बढ़ने के लिए मिलकर काम करने के महत्व पर जोर दिया जाएगा.

सऊदी में पुरुष और महिला का समान अधिकार
सऊदी अरब में इन दिनों महिलाओं के अधिकारों को लेकर बात की जा रही है. साथ ही महिलाओं को हर क्षेत्र में पुरुषों की बराबरी की नौकरी दी जा रही है. सऊदी पुरुषों और महिलाओं दोनों से अधिक समान समाज बनाने के लिए आपसी सम्मान और समझ की राह में सऊदी आगे बढ़ रहा है.
सऊदी महिलाए और पुरुष एक साथ जश्न मनाते है, जिन्होंने सशक्तिकरण के लिए प्रयास करने के लिए मिलकर काम किया है क्योंकि अब सऊदी में महिलाओं को सभी अधिकार दिए जा रहे है जो पुरुषों के पास है. सऊदी महिलाएं अब ड्राइव करने, सेना में शामिल होने और खेल के मैदानों और सिनेमाघरों में जाने में सक्षम हैं.

अलवलिद बिन तलाल ने अपने अनुदान और कार्यक्रमों के माध्यम से इस विशाल सामाजिक परिवर्तन को चलाने में मदद की है. 2017 में, नींव ने थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन के साथ साझेदारी में रियाद में पहली महिला सशक्तिकरण सम्मेलन की मेजबानी की. भागीदारी ने महिला सऊदी पत्रकारों को भी प्रशिक्षित किया है. नींव ने महिलाओं के कानूनी अधिकारों के लिए वायाह पहल के माध्यम से महिलाओं को कानूनी सहायता भी प्रदान की है.