जेद्दाह- बुधवार को ताईफ विश्विद्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है की “अब सऊदी अरब में महिला छात्रों को कैंपस छोड़ने के लिए अभिभावक की सहमती की कोई आवश्यकता नहीं होगी.” विश्वविद्यालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट में पोस्ट कर बताया की “यह निर्णय शाही डिक्री संख्या 33323 से लिया गया है, जिसमे कहा गया है की “महिलाओं को इन सेवाओं को प्रदान करते समय एक अभिभावक की सहमति प्राप्त करने की आवश्यकता न हो “जब तक कि इस अनुरोध का कोई कानूनी आधार नहीं है.”
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि यह अन्य सार्वजनिक सुविधाओं की तरह एक सार्वजनिक सुविधा है जो नागरिकों को सेवाएं प्रदान करती है और यह ना तो वैध है और ना ही इसके अधिकार विश्वविद्यालय के लोगों के आंदोलन या स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करने के लिए है.
विश्वविद्यालय के रेक्टर ने कहा है कि ” यह समान नीति पुरुष और महिला छात्रों के लिए समान रूप से लागू की जाएगी.”
सऊदी वकील नुजूद अल-कसीम ने कहा की “मुझे लगता है कि यह निर्णय एक साहसिक कदम है और इससे महिला छात्रों के बीच आत्मविश्वास और स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता की भावना फैलाने का सकारात्मक प्रभाव हो सकता है. यह उनके जीवन को सुविधा देगा और वे आसानी से अपने अन्य कर्तव्यों का अभ्यास करने में सक्षम होंगे.
एक ट्विटर यूजर ने कहा की “पहले महिलाओं को 10 से 11 बजे तक विश्वविद्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं थी”.