स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) ने बुधवार को एक नई रिपोर्ट में कहा कि सऊदी अरब दुनिया भर में तीसरे स्थान पर है, जो सैन्य खर्च के साथ 2017 में 69.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. यानी सऊदी तीसरे स्थान पर जो सबसे ज्यादा खर्च सेना पर खर्च करता है. इन दिनों सऊदी पर हर रोज़ बड़े हमले हो रहे है जिसकी वजह सऊदी अपनी सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क हो गया है.
मिडिल ईस्ट मॉनिटर के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि, पिछले साल की तुलना में दुनिया भर में सैन्य खर्च 1.17% बढ़कर 1.13 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्य पूर्वी (मिडिल ईस्ट) देशों ने 2017 में अपने सैन्य खर्च में 6.2 प्रतिशत की वृद्धि की, जहां उन्होंने हथियार पर अपने GDP (सकल घरेलू उत्पाद) का 5.2 प्रतिशत खर्च किया है जो दुनिया में सबसे ज्यादा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, “उनके जीडीपी की तुलना में उच्चतम सैन्य खर्च वाले दस देशों में सात मध्य पूर्व देश शामिल है. जिनमें ओमान (जीडीपी का 12 प्रतिशत), सऊदी अरब (10 प्रतिशत), कुवैत (5.8 प्रतिशत), जॉर्डन (4.8 प्रतिशत) (4.7 प्रतिशत) , लेबनान (4.5 प्रतिशत) और अंततः बहरीन (4.1 प्रतिशत) है.

रिपोर्ट में अल्जीरिया में सैन्य खर्च में एक महत्वपूर्ण विकास के लिए उल्लेख किया गया है, जो 2016 से 5.2 प्रतिशत तक पहली बार गिर गया था.
संयुक्त राज्य अमेरिका 610 अरब डॉलर के साथ सैन्य व्यय की दुनिया की सूची में सबसे ऊपर है, इसके बाद चीन ने अपने सैन्य व्यय 2016 से 5.6 प्रतिशत या 228 अरब डॉलर बढ़ा दिया है. तीसरे नंबर पर सऊदी अरब है.