सऊदी अरब में पहले महिलाओं के लिए काफी सख्त कानून थे, लेकिन विज़न 2030 के तहत सऊदी अरब में महिलाओं के लिए कई नियम जो पहले बनाये गए थे, वह बदल रहे हैं, जिनमे महिलाओं के लिए काफी रोजगार के अवसर खोले जा रहे हैं व महिलाओं पर लगा ड्राइविंग प्रतिबंध भी पिछले साल हटा दिया गया था, पहले महिलाओं को किसी भी मंच पर अभिनय नहीं करने दिया जाता था, और अब महिलाओं को थिएटर में अभिनय करने की इजाजत भी दे दी गयी है.
स्टेप फीड की खबरों के मुताबिक, सऊदी अरब के थिएटर में नाटक करने वाली पहली माहिला नजत बन जाएगी. 21 साल की नजत, सऊदी थिएटर में अभिनय करेंगी जो की डिज्नी फिल्म द एम्परर न्यू ग्रूव का रूपांतरण होगा.
यह नाटक सऊदी अरब की एंटरटेनमेंट अथॉरिटी द्वारा आयोजित किया जाएगा, जो की शुक्रवार और शनिवार को प्रदर्शित किया जायेगा.

प्रोडक्शन डायरेक्टर ने कहा की “हम हमेशा सोचते थे की क्यों महिलाओं को नाटक करने की इजाजत नहीं दी जाती है, लेकिन हमें कभी कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं मिला, हमने हाल ही में सऊदी एंटरटेनमेंट अथॉरिटी से सम्पर्क किया तो उन्होंने हमारा प्रस्ताव स्वीकार किया और महिलाओं को भी सऊदी थिएटर में अभिनय करने की इजाजत दी.”
उन्होंने कहा की “नए डिक्री को पारित करने से पहले, नाटकीय प्रस्तुतियों में महिलाओं के किरदार को पुरुषों द्वारा निभाया जाता था, क्योंकि एक ही मंच पर स्त्री और पुरुष का अभिनय करना सऊदी अरब में अवैध था.”
यह नया आदेश तब लिया गया जब देश का मनोरंजन उद्योग महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है.
स्टेप फीड की खबरों के मुताबिक नजत, जो की नाटक में ‘यज्मा’ की भूमिका निभा रही हैं, ने सऊदी मंच साझा करने पर ख़ुशी जाहिर की. नजत ने कहा की “मैंने हमेशा मंच पर अभिनय करने का सपना देखा था और जब मैंने अपने माता-पिता से कहा कि मैं किसी मंच पर अभिनय करने की सोच रही हूँ तो उन्होंने कहा की “उन्हें कोई भी समस्या नहीं है और मेरे माता-पिता ने मुझे मेरे सपनो को पूरा करने के लिए हमेसा मेरा साथ दिया, ऑडिशन के दौरान भी मेरी माँ मेरे साथ आई और वह मेरे अभिनय से काफी खुश हुई.”
भले ही नजत को जनता के लिए आयोजित सऊदी नाटक में काम करने वाली महिला की पहली महिला प्रतिभा के रूप में जाना जाएगा, लेकिन सितंबर में राज्य के राष्ट्रीय दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए एक सऊदी महिला को स्टेज पर अनुमति दी गई थी.
इस खबर के वायरल होने पर ट्विटर पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया.
غدًا..
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أول مشاركة رسمية بين الرجل والمرأة على خشبة المسرح السعودي بالعاصمة الرياض ..#المرأه_عالمسرح_السعودي #السعودية
— أخبار السعودية (@SaudiNews50) February 8, 2018
कुछ लोग महिला नाटककार के विरोध में हैं.
#المراه_عالمسرح_السعودي
مب ذا مكانها ولا يشرفها— مرام? (@M_xil4) February 7, 2018
(यह उसकी जगह नहीं है और यह उसक सम्मान नहीं करेगा.)
لافخر فيه
الموضوع اختلاط ومحرم الاختلاط— ?? (@noofa_nonon) February 8, 2018
(यह हराम है, इस्लाम में यह क़ुबूल नहीं है)
تكفون لاحد يحضرها
— حنان العوني (@vqizEngzS2Garpt) February 7, 2018
(इस नाटक को देखने ही मत जाना)
कई लोगों ने नाटककार के साथ अपना समर्थन जाहिर किया.
خبر جمييييل جدااا ?
— ?شذا الزيزفون ☃❄ (@naaanaa801) February 7, 2018
(अच्छी खबर)
خطوة موفقة لتعزيز مشاركة المرأة في تنمية المجتمع #المرأه_عالمسرح_السعودي
— سعد السريحي (@saad_alsuraihi) February 7, 2018
(महिलाओं के लिए लिया गया अच्छा निर्णय)