भारत में मुस्लिम कारोबार का ग्राफ निचे जाता देख, देश के कई बड़े मुस्लिम व्यापारियों और उद्योगपतियों ने मुस्लिम चेंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री नाम की एक कमेटी का गठन किया हैं.
सरकार की नीतियों से तंग आकर मुस्लिम व्यापरियों ने इस बात का फैसला लिय कि हम कोई ऐसा प्लेटफार्म तैयार करते हैं जिस पर हम एकजुट अपने कारोबार को आगे बढ़ा सके.
फिलहाल यह कमेटी राज्य स्तर पर काम कर रही हैं, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर इसकी घोषणा अक्टूबर 2016 में की जाएगी. राष्ट्रीय स्तर पर इसको चलाने के लिए एक कमेटी का गठन प्रगति में हैं जिसके बाद इसकी घोषणा देश की राजधानी दिल्ली के फिक्का ऑडिटोरियम में की जाएगी.
वही इस अवसर पर मीडिया से रु-बर आते हुए चेंबर के निदेशक डॉक्टर जसीम मोहम्मद ने बताया कि “सरकार की नीतियां मुस्लिम व्यापारियों को काम करने में मुश्किलात पैदा कर रही हैं. जिसके कारण हम इस कमेटी का गठन कर रहे हैं.”
मुस्लिम चेंबर के निदेशक ने बताया कि कमेटी का गठन दो वर्ष पूर्व हो चूका हैं लेकिन अब वक़्त है कि इसको हम राष्ट्रीय स्तर पर लेकर जाये जिससे हमारे मुस्लिम कारोबारियों और उद्योगपतियों को फायदा पहुंचे और हम एकजुट होकर काम करे.
Web-Title: Indian govt making different policies for Muslim business man
Key-Words: Muslim, Businessman, Government policies, Muslim Chamber of Commerce and Industry