इस्राइल में संस्कृति युद्ध के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने तेल अवीव के रॉबिन स्क्वायर पर हाल ही में स्थापित हुई प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की 13 फ़ीट लंबी स्वर्ण मूर्ती को मंगलवार को उखाड़ फेंका हैं.
ये विरोध प्रदर्शन संस्कृति मंत्री मिरी रेगेव के खिलाफ किया जा रहा हैं प्रदर्शनकारियों का कहना हैं कि संस्कृति संस्थाओं को फण्ड नहीं दिया जा रहा हैं और जो संस्थाओ को मिलने वाले फण्ड हैं उसमे भी में कटौती भी की जा रही हैं.
वही मूर्ती को बनाने वाले मूर्तिकार ईंटे जलैत का कहना हैं कि इस मूर्ती की स्थापना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमा का परीक्षण करने के लिए स्थापित किया गया था. इस मूर्ती को किंग बीबी का नाम दिया गया था.
इस मूर्ती के गिरने के बाद फेसबुक पर लिखते हुए संस्कृति मंत्री ने लिखा कि “मूर्ती को गिराना नेतनयाहू के प्रति घृणा को दर्शाता हैं.” तेल अवीव के नगर निगम का कहना हैं कि मूर्ती को जल्द से जल्द हटाये और अगर उन्होंने ऐसा ना किया तो उन पर करवाई कि जा सकती हैं.
प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शन में शामिल प्रदर्शनकारियों का कहना था कि नेतनयाहू लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं. प्रदर्शनकारी नेतनयाहू की पत्नी के वित्तीय घोटाले, ज़ायोनी शासन की ऊर्जा, समाचारपत्रों और दूसरे संचार माध्यमों के बारे जारी विवादास्पद नीतियों के कारण इस्राइल सहित अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में प्रदर्शन कर रहे हैं.
Feels like Baghdad in Tel aviv as golden statue of Bibi is torn down pic.twitter.com/oRryiydw4a
— Eliyahu Kamisher (@Eli_DovBear) December 6, 2016
Web-Title: Israeli prime minister’s golden statue takes down by protester
Key-Words: Golden Statue, Israel, Prime Minister, take down