
वेस्टबैंक पर इस्राईली बस्ती बसाने के लिए इस्राईल की फ़ौज का आतंक जारी हैं. फ़िलिस्तीनी मुस्लमानो के घरों पर हर रोज़ छापे मारे जा रहे हैं और उनको हिरासत में लेकर बंधक बनाया जा रहा हैं.
हाल ही में फ़िलिस्तीनी कैदियों के सेंटर के एक अध्ययन के तहत यह पता चलता है कि फिलिस्तीन और गाज़ पट्टी में, रमजान की शुरुआत से लेकर अब तक इस्राईली फ़ौज ने छापे मार कर 330 फ़िलिस्तीनी मुस्लमानो को हिरासत में लकेर बंदी बना लिया हैं.
सेंटर की डायरेक्टर ओसामा शाहीन ने अल-जज़ीरा न्यूज़ को बताया कि 6 तारीख से शुरु हुए रमज़ान के मुबारक और पवित्र महीने में इस्राईली फ़ौज फिलितीनियों के घर पर छापे मार रही हैं.
शाहीन ने बताया कि, “इस्राईली फ़ौज हर रोज़ वेस्टबैंक पर छापे मार रही हैं, वह किसी को भी अपना निशाना बना लेते हैं हम इसके आदि हो गए हैं, यह सब बहुत दर्दनाक पर यह हमारे लिए हमारी रोज़ का दैनिक दस्तूर बन गया हैं. यहाँ कोई ऐसा घर नहीं होगा जिसके घर में लोग शहीद न हुए हो.”
उन्होंने कहा कि हमने इस बात पर गौर किया है के फ़िलिस्तीनी नेताओं और कार्यकर्ताओ के खिलाफ मुहिम चलायी जा रही हैं. इसमें बढ़ोतरी 9 जून को हुए तेल-अवि घटना के बाद से आई, जिसमे फ़िलिस्तीनियों ने चार इस्राईली को मार दिया था.
रिकार्ड्स के मुताबिक हिरासत में लिए गए 330 लोगो में तकरीबन 60 बच्चे और 21 महिलाएं भी शामिल हैं. इनमे गाज़ा के 13 मछवारे भी शामिल हैं जिनको इस्राईल की एक बंदरगाह से छापा मार कर गिरफ्तार किया गया था. इन 13 लोगो में गाज़ा के ईसाई मानव संस्था ‘वर्ल्ड विज़न’ के प्रमुख भी मौजूद हैं.
9 जून को हुए हमले के बाद इस्राईल ने तकरीबन 730,00 फ़िलिस्तीनियों के परमिट पर रोक लगा दी, जिनमे ज़्यादातर लोगो कि ख्वाहिश मस्जिद-अल-अक़्सा में नमाज़ अदा करने की थी.
Web-Title: Israeli troops detained hundreds of Palestinian people
Key-Words: Israel, Palestine, Troops, West-bank