हाल ही में गूगल मैप की ऐप्लिकेशन से फिलिस्तीन के गायब होने की खबर ने सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया हैं. इस खबर के बाद करीब 1 लाख 80 हज़ार लोगो ने ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर कर गूगल से मांग की हैं कि गूगल अपनी मैप की ऐप्लिकेशन पर फिलिस्तीन को अंकित करे.
Change.org नाम की इस याचिका को पांच महीने पहले दायर किया था, जिसमे इस बात की सूचना दी गयी थी, गूगल ने फिलिस्तीन को नख्शे से नहीं मिटाया हैं लेकिन इसको इज़राइल के एक प्रदेश के रूप में चिन्हित किया हैं.
यह मामला रौशनी में तब आया जब अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों ने इस पर लेख लिखा और आरोप लगते हुए कहा कि यह फैसला अभी लिया गया हैं.
वही गूगल के प्रवक्ता ने अल-अरबिया न्यूज़ को एक ईमेल के ज़रिये इस बात कि सूचना दी कि “गूगल मैप ऐप्लिकेशन में फिलिस्तीन कभी था ही नहीं.”
उन्होंने कहा कि “गूगल मैप पर फिलिस्तीन कभी अंकित ही नहीं था, हाँ कंप्यूटर प्रोग्राम में त्रुटि के कारण वेस्ट-बैंक और गाज़ा के लेबल गूगल मैप से हट गए. हम इस पर जल्द ही काम करेगे और वेस्ट-बैंक और गाज़ा को वापस गूगल मैप पर अंकित करेगे.”
इसके साथ ही ट्विटर के ज़रिये भी लोगो ने अपना गुस्सा ज़ाहिर किया और फिलिस्तीन को गूगल मैप पर अंकित करने कि मांग की.
Dear @googlemaps, Palestine exists! #FreePalestine #PalestineIsHere #BoycottGoogle pic.twitter.com/9cWqziofId
— Ainara (@afraileromero) 8 August 2016
shame on you google it’s palestine not isreal ??????? pic.twitter.com/KJW8EebHnP
— zaheer (@zxheex) 8 August 2016
@googlemaps a geography lesson: #PalestineIsHere and exists.The 5 million palestinians in Gaza and West Bank are not in Israel #BDSMovement
— Ferran (@ferrangom1973) 8 August 2016